सर्दी , खाँसी मे क्या करें – क्या ना करें
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do's and don'ts in cold and cough
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⇒ सर्दियों में अपने शरीर को गर्म कपड़ों से सुरक्षित रखें
⇒ अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें
⇒ सर्दी और खांसी को फैलने से रोकने के लिए लोगों से दूरी बनाकर रखें
⇒ टिश्यू या रूमाल में खांसें / छींकें
⇒ अगर आप डिस्पोजेबल टिश्यू इस्तेमाल कर रहे हैं तो, उसे दोबारा इस्तेमाल मत करिये
⇒ संक्रमण से बचने के लिए उचित हाथ धोने का अभ्यास करें
⇒ अपने हाथों को साबुन और गर्म पानी / हैंड सेनिटाइज़र से कम से कम 30 सेकेंड तक ठीक से धोएं
⇒ पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वस्थ भोजन करें
⇒ यदि आप सर्दी या फ्लू से पीड़ित हैं, तो बेहतर है कि आप या तो घर पर रहें या दूसरों से दूरी बनाए रखें ताकि आप संक्रमण को फैलने से रोक सकें
⇒ अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं को नियमित रूप से लें
⇒ अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं को नियमित रूप से लें
⇒ भरपूर आराम करें
⇒ बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ अपनी श्वसन प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, आप आयुर्वेदिक उपाय तथा राजस्थान औषधालय के इम्युनोबूस्ट सिरप , रिप्लांजा-19 कैप्सूल – सीरप ले सकते हैं
⇒ १ कटोरी पानी उबलने के लिए रखिए उसमें ३/४ तुलसी के पत्ते / लौंग / नीलगिरी तेल की बुँदे इस पानी की भाप का उपयोग कर सकते हैं | भाप लेने से बलगम साफ होता है
⇒ यदि आप एलर्जी ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और अन्य श्वसन रोगों के लिए आयुर्वेदिक दवा की तलाश कर रहे हैं, तो आप राजस्थान औषधालय की आयुर्वेदिक दवाए

⟩⟩ अस्थालैक्स कैप्सूल

⟩⟩ दमा बूटी चूर्ण

⟩⟩ टस-हर्ब सीरप एवं टैबलेट

⟩⟩ फैब्रिफिट कैप्सूल

⇒ एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाए – संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण हैं

सर्दी , खाँसी मे क्या ना करें

⇒ जो बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें | तथा उनकी इस्तेमाल की हुई चीजों का उपयोग न करें
⇒ ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
⇒ ठंडे रस और आइसक्रीम जैसे ठंडे खाद्य पदार्थ खाने से बचें क्योंकि वे खांसी ट्रिगर करते हैं
⇒ अपने कॉफी, जंक फ़ूड का सेवन सीमित करें
⇒ धूम्रपान न करे
⇒ अपनी पीठ के बल न सोएं | आपकी पीठ के बल सोने से रात में खांसी के लक्षण बिगड़ सकते हैं

Author

  • Dr. Shital Gosavi

    Dr. Shital Gosavi, is an M.D Ayurveda is not just Medical Practitioner but also a health coach. She is practicing Ayurveda & Panchakarma since last 10 years. Her deep understanding of traditional practices such as Ayurveda, Yoga & Garbha Sanskar coupled with modern dietetics and nutrition helped thousands of patients to bring a holistic change in their life. These articles are based on her clinical experiences.

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